चलो इस बार यूं टूट के प्यार करे हम,
कि इस प्यार में न तुम टूटो न मैं।
ये नज़दीकियां कुछ यूं बढ़ाये,
कि इस एहसास में न तुम बिखरो न मैं।

हाँ मिले तो हे हम ज़िन्दगी में थोड़ी देर से,
पर क्यों न जान ले हम एक दुसरे को और करीब से।
जानती हूँ तुमने पहले भी प्यार को परखा हे,
केसा हो अगर उस परख की परत हमारे बीच न आने पाए।

चलो इस बार यूं टूट के प्यार करे हम,
कि इस प्यार में न तुम टूटो न मैं।
चलो हम साथ में यूं कदम बढ़ाऐ,
कि इस राह में न तुम भटको न मैं।